Explore topic-wise InterviewSolutions in Miscellaneous full forms.

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your Miscellaneous full forms knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

What is the full form of CDS (सीडीएस) ?

Answer»

CDS (सीडीएस) का फुल फॉर्म या मतलब Combined Defence Services (कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज) होता है

CDS का फुल फॉर्म- Full form of CDS in Hindi

CDS का full form Combined Defence Services है जो हर साल दो बार एक defence service examination है।

भारतीय सैन्य अकादमी, भारतीय वायु सेना अकादमी, भारतीय नौसेना अकादमी और अधिकारियों के प्रशिक्षण अकादमी के अधिकारियों की भर्ती के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा संयुक्त रक्षा सेवा आयोजित की जाती है।

यह CDS परीक्षा आम तौर पर हर साल फरवरी और नवंबर के महीने में दो बार आयोजित की जाती है। उम्मीदवार जो सेवा चयन बोर्ड द्वारा आयोजित संयुक्त रक्षा सेवाओं के साक्षात्कार को सफलतापूर्वक पास करते हैं, उन्हें आगे अपने संबंधित अकादमियों में प्रवेश दिया जाता है। CDS के बारे में अलग बात यह है कि केवल अविवाहित उम्मीदवार ही यह परीक्षा दे सकते हैं।

Eligibility for CDS in Hindi

यह संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा के लिए पात्रता मानदंड है –

CDS परीक्षा की आयु सीमा इस प्रकार है –

  • भारतीय सैन्य अकादमी के लिए, वायु सेना अकादमी और नौसेना अकादमी की आयु सीमा 19 से 24 वर्ष है।
  • अकादमी के प्रशिक्षण के लिए अधिकारियों की आयु सीमा 19 से 25 वर्ष है।
  • यहां संयुक्त रक्षा अकादमी परीक्षा के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यता है –
  • IMA और OTA के लिए उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से डिग्री होनी चाहिए।
  • INA के लिए उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री होनी चाहिए।
  • वायु सेना अकादमी में प्रवेश के लिए उम्मीदवार के पास एक मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री होना आवश्यक है।

Physical standards for CDS (सीडीएस) in Hindi

CDS, रक्षा अकादमी परीक्षा है, इसलिए उम्मीदवार को विशेष शारीरिक मानक की आवश्यकता होती है और ये निम्नानुसार हैं –

  • CDS परीक्षा के उम्मीदवारों को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए।
  • CDS परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए उनके शरीर पर स्थायी टैटू निषिद्ध है।
  • उम्मीदवार के शरीर पर कहीं भी हेमिया नहीं होना चाहिए।
  • CDS अभ्यर्थी को कोई सक्रिय जन्मजात रोग नहीं होना चाहिए।
  • संयुक्त रक्षा अकादमी आकांक्षी के लिए श्रवण दोष, अक्षमता-कान वेस्टिब्यूल कोक्लेयर प्रणाली की आवश्यकता नहीं है।

Structure of CDS examination in Hindi

यह संयुक्त रक्षा सेवा परीक्षा के लिए संरचना और परीक्षा चरण है –

पेन और पेपर प्रकार में CDS (सीडीएस) परीक्षा की विधि ऑफ़लाइन है।

उम्मीदवार को CDS परीक्षा के दो चरण पास करने होंगे –

लिखित परीक्षा और

SSB साक्षात्कार

CDS परीक्षा की परीक्षा अवधि प्रत्येक पेपर के लिए 2 घंटे है।

CDS परीक्षा दोनों भाषाओं – अंग्रेजी और हिंदी में आयोजित की जाती है

यह CDS लिखित परीक्षा के लिए परीक्षा पैटर्न है –

IMA, AFA और INA के लिए परीक्षा के लिए 340 MCQ होंगे

अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी परीक्षा के लिए 240 MCQ होंगे।

ये CDS लिखित परीक्षा की तैयारी करने वाले विषय हैं – अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान, गणित आदि।

CDS FAQs

क्या NCERT की किताबें CDS के लिए पर्याप्त हैं?

हां, संयुक्त रक्षा सेवा की परीक्षा ज्यादातर NCERT पाठ्यक्रम पर आधारित होती है, इसलिए NCERT नोट्स CDS के संदर्भ के लिए उपयोग किए जाते हैं।

क्या लड़कियां CDS परीक्षा दे सकती हैं?

हां लड़कियां संयुक्त रक्षा सेवा के लिए आवेदन कर सकती हैं और CDS परीक्षा दे सकती हैं। CDS परीक्षा महिला उम्मीदवारों को OTA उम्मीदवारों के रूप में चयनित करने की अनुमति देती है। इन महिला उम्मीदवारों को बाद में एक शॉर्ट सर्विस कमीशन में कमीशन किया जाएगा।

क्या CDS NDA से आसान है?

हां CDS लिखित परीक्षा NDA परीक्षा की तुलना में आसान है क्योंकि NDA में उच्च स्तर का गणित का सिलेबस है जबकि CDS में केवल प्रारंभिक स्तर का गणित का सिलेबस शामिल है। हालांकि एसएसबी साक्षात्कार एनडीए परीक्षा की तुलना में CDS परीक्षा के लिए कठिन है।

CDS अधिकारी का क्या काम है?

CDS उम्मीदवारों को भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना के लिए भर्ती किया जाता है, इसलिए वे बाद में रक्षा अकादमी में शामिल हो जाते हैं और तदनुसार तैनात होते हैं। CDS अधिकारी का काम उनके पद पर आधारित होता है जैसे – कप्तान, मेजर, और लेफ्टिनेंट आदि।

CDS अधिकारी का वेतन क्या है?

प्रत्येक CDS अधिकारी का वेतन उनके संबंधित रक्षा अकादमी में उनके पद पर निर्भर करता है। CDS अधिकारी के वेतन में मूल वेतन और भत्ते शामिल होते हैं जैसे उच्च रवैया भत्ता, डीए और वर्दी भत्ता आदि। CDS अधिकारी का वेतन 50000 से 3 लाख तक होता है।

2.

What is the full form of CA ?

Answer»

CA stands for Chartered Accountant.

3.

What is the full form of DEST (डेस्ट ) ?

Answer»

DEST का Full form Data entry skill test या डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट है, जैसा कि नाम से पता चलता है कि Candidate के टाइपिंग और डेटा एंट्री कौशल का परीक्षण करने के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में एक कौशल परीक्षा है।

DEST या Data entry skill test मुख्य रूप से SSC CGL (स्टाफ सिलेक्शन कमीशन कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल) सिविल सर्विस परीक्षा में टियर- IV सेक्शन के रूप में लिया जाता है।

इस परीक्षा में उम्मीदवारों का चयन उनकी टाइपिंग स्पीड और डेटा एंट्री स्किल्स के आधार पर किया जाता है, जिसका मतलब है कि वे डेटा के साथ कितनी तेजी से और सटीक काम करते हैं।

डाटा एंट्री स्किल टेस्ट क्वालिफाई करने के लिए Candidate को 2000 स्ट्रोक टाइप करने होंगे जो कि 15 मिनट में 400 शब्द हैं। इस प्रकार इस डेटा प्रविष्टि कौशल परीक्षा में टाइपिंग की लगभग 27 शब्द प्रति मिनट की गति की आवश्यकता होती है।

इस डाटा एंट्री स्किल टेस्ट में क्वालिफाई करने के लिए केवल 7% त्रुटि हो सकती है। यदि Candidate में 7% से अधिक त्रुटियां हैं तो वे Data entry skill test के लिए योग्य नहीं हो सकते हैं।

DEST (डेस्ट ) के बारे में

डाटा एंट्री ऑपरेटर, ट्रांसक्रिप्ट, लोअर डिवीजन क्लर्क आदि के पदों के लिए डाटा एंट्री स्किल टेस्ट आवश्यक है।

एसएससी सीजीएल में डाटा एंट्री स्किल टेस्ट उन उम्मीदवारों द्वारा लिया जाता है, जिन्हें एसएससी सीजीएल टियर -2 परीक्षा के बाद टैक्स असिस्टेंट के पद के लिए चुना गया था।

कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) हर साल संयुक्त स्नातक स्तर की परीक्षा (सीजीएल) और संयुक्त उच्च माध्यमिक परीक्षा (सीएचएसएल) आयोजित करता है। इस परीक्षा प्रक्रिया में परीक्षा के चार चरण होते हैं जिन्हें किसी विशेष पद के लिए चयनित होने के लिए Candidate को पास करना होता है।

DEST की प्रक्रिया

यह डाटा एंट्री टेस्ट की प्रक्रिया है जो कर्मचारी चयन आयोग आयोजित करता है –

परीक्षक उम्मीदवारों की आईडी की जांच करते हैं।

Candidate बायोमेट्रिक उपस्थिति लेते हैं।

उम्मीदवारों को एक पर्ची मिलती है कि उन्हें अपने कंधे पर चिपकना होता है।

फिर उम्मीदवारों को कंप्यूटर कक्ष में ले जाया जाता है।

परीक्षक क्या करें और क्या न करें पर निर्देश प्रदान करते हैं।

उम्मीदवारों को उनके Data entry skill test के लिए आयोग द्वारा प्रदान किए गए सिस्टम और की बोर्ड में समायोजित करने के लिए परीक्षार्थी उम्मीदवारों को 5 मिनट का टेस्ट पास प्रदान करते हैं।

टाइपिंग टेस्ट के लिए उम्मीदवारों को 10 मिनट में टाइप करने के लिए 1750 की-डिप्रेशन का एक प्रिंटेड पैसेज दिया जाता है। DEST या Data entry skill test के लिए उम्मीदवारों को 15 मिनट में 2000 -2200 की-डिप्रेशन टाइप करने होंगे।

टाइपिंग टेस्ट के 10 मिनट और डीईएसटी के 15 मिनट जैसे प्रतिबंधित कुल समय के बाद सिस्टम कंप्यूटर अपने आप काम करना बंद कर देते हैं।

फिर Candidate को अपने DEST के अंतिम चरण के रूप में सेव और प्रिंट बटन दबाना होगा।

DEST के नियम

डाटा एंट्री स्किल टेस्ट के लिए ये कुछ नियम हैं जिनका Candidate को पालन करना होगा –

कोई भी Candidate अपना कीबोर्ड नहीं ला सकता है।

DEST के उम्मीदवारों को अपने आवश्यक दस्तावेज लाने होंगे।

उम्मीदवारों को अपनी लिखावट में दिए गए डेटा एंट्री पैसेज से लगभग 50-60 शब्दों का एक पैराग्राफ लिखना होता है।

Candidate परीक्षण में कभी भी अपनी गलतियों को सुधारने के लिए तीर कुंजियों, माउस और बैकस्पेस आदि का उपयोग कर सकते हैं।

यदि पैसेज की शुरुआत में जगह है तो एक बार TAB key का प्रयोग करें। यदि पैरा के प्रारंभ में कोई स्थान नहीं है तो TAB कुंजी का प्रयोग न करें।

एक पैरा समाप्त होने के बाद ENTER कुंजी दबाएं और यदि अगला पैरा स्पेस से शुरू होता है तो TAB कुंजी दबाएं लेकिन यदि अगला पैरा स्पेस से शुरू नहीं होता है तो TAB कुंजी का उपयोग न करें।

प्रत्येक पंक्ति के बाद ENTER कुंजी का उपयोग न करें।

प्रत्येक अल्पविराम, अर्धविराम, प्रश्न चिह्न, पूर्ण विराम या विस्मयादिबोधक चिह्न के बाद केवल एक स्थान देना आवश्यक है।

ब्रैकेट के शुरू में और बाद में ब्रैकेट में एक स्पेस दें।

हाइफ़न से पहले या बाद में कोई स्थान नहीं दिया जाता है।

4.

What is the full form of JEE (जेईई) ?

Answer»

JEE (जेईई) का फुल फॉर्म या मतलब Joint Entrance Examination (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) होता है।

JEE (जेईई) यानी ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजेस जैसे कि आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी और अन्य में एडमिशन के लिए एक जरूरी और सबसे बड़ा एंट्रेंस एग्जाम है।

ज्वाइंट एंटरेंस एग्जामिनेशन नेशनल लेवल का एंट्रेंस एग्जाम है, जिसमें हर साल 1000000 से ज्यादा स्टूडेंट भाग लेते हैं।

यह एंट्रेंस एग्जाम हर साल 2 बार ऑनलाइन मोड में कंडक्ट किया जाता है और इस एंट्रेंस एग्जाम के 2 पार्ट हैं।

जेईई मेन- जेईई मेन में क्वालीफाई करने के बाद ही आप आईआईटी ऐडमिशन के लिए जरूरी जेई एडवांस एग्जाम लिख पाएंगे।
वहीं अगर आप एनआईटी और ट्रिपल आईटी जैसे भारत के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आप जेईई मेन के स्कोर पर एडमिशन ले सकते हैं।

जेईई एडवांस– इंडिया के 23 आईआईटी यानी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम जरूरी है।।
जेईई एडवांस में सबसे अच्छा स्कोर करने वाले स्टूडेंट को ही आईआईटी में एडमिशन मिल पाता है।

JEE (जेईई) के लिए पात्रता

जो स्टूडेंट इंटर यानी ट्वेल्थ, साइंस और मैथ्स सब्जेक्ट के साथ पास कर चुके हैं, या अपीयर कर रहे हैं, वे जेईई के लिए एलिजिबल है।

छात्र की आयु जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम अप्पेअर होते समय, कम से कम 17 साल होनी चाहिए।

JEE (जेईई) की मुख्य विशेषताएं

  • जेईई हर साल 2 बार कंडक्ट किया जाता है, पहली बार जनवरी में और दूसरी बार अप्रैल में
  • जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन का पहला चरण जिसे जेईई मेन कहते हैं हर साल अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में कंडक्ट होता है।
  • जेईई मेन एंट्रेंस एग्जाम में 2 पेपर होते हैं, पहला पेपर उन स्टूडेंट्स को अटेंड करना होता है, जो इंजीनियरिंग में एडमिशन लेना चाहते हैं, और दूसरा पेपर उन स्टूडेंट के लिए होता है, जो बीआर्क कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं।
  • जेईई मेन में अच्छा स्कोर करने वाले टॉप 150000 स्टूडेंट्स को जेईई एडवांस लिखने का मौका मिलता है।
  • जेईई मेंस की रैंकिंग तैयार करने में क्लास ट्वेल्थ का स्कोर कंसीडर नहीं किया जाता है, वही जेईई एडवांस की रैंकिंग में स्टूडेंट के ट्वेल्थ स्कोर का महत्व होता है।
  • कोई स्टूडेंट जेईई मेन का एग्जाम लगातार तीन साल लिख सकता है वही जेईई एडवांस का केवल 2 साल लिख सकता है।
  • अगर कोई स्टूडेंट एक ही साल में होने वाले दो जेईई मेन या जेई एडवांस के एग्जाम में अप्पेअर होता है, तो उसका यह दोनों अटेंप्ट 1 साल के अंदर ही होगा, और इसे एक अटेम्प्ट के रूप में ही कंसीडर किया जाएगा।
  • जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन में मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं, और इस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग स्कीम भी होता है।
  • जेईई की पूरी प्रक्रिया जैसे कि एप्लीकेशन, एग्जामिनेशन, रिजल्ट और काउंसलिंग, सब कुछ ऑनलाइन होता है।
  • इंडिया के बहुत सारे टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज में जेईई मेन के स्कोर पर एडमिशन मिल सकता है।

जेईई एफएक्यू

NEET और JEE में क्या अंतर है?

नीट यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम, भारत में मेडिकल कोर्सेज जैसे कि एमबीबीएस ,बीडीएस, बीएचएमएस आदि में एडमिशन के लिए एक जरूरी एंट्रेंस एग्जाम है।

जबकि जेईई यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन भारत में टॉप इंजीनियरिंग कॉलेजेस जैसे कि आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी आदि में एडमिशन के लिए कंपलसरी एंट्रेंस एग्जाम है।

जेईई परीक्षा का उपयोग क्या है?

अगर कोई स्टूडेंट भारत के किसी टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग करने की ख्वाहिश रखता है, तो उसे जेईई यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन जरूर लिखना चाहिए।
इस एंट्रेंस एग्जाम के दो पार्ट्स जेईई मेन और जेई एडवांस के स्कोर के आधार पर, अलग-अलग टॉप के कॉलेज जैसे कि आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपल आईटी और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन मिलता है।

IIT NEET क्या है?

JEE Advanced प्रवेश परीक्षा को JEE NEET भी कहा जाता है।
जैसे मेडिकल प्रवेश के लिए नीट प्रवेश परीक्षा अनिवार्य है, वैसे ही जेईई एडवांस आईआईटी प्रवेश के लिए अनिवार्य है।
कुछ लोग JEE Advanced को JEE NEET भी कहते हैं।

5.

What is the full form of JEE Main ?

Answer»

JOINT Entrance Examination

6.

What is the full form of MPSC (एमपीएससी) ?

Answer»

MPSC का Full form the Maharashtra public service commission है जो महाराष्ट्र राज्य का एक सरकारी निकाय है। the Maharashtra public service commission या MPSC एक सरकारी संस्था है जिसे भारत के संविधान ने अनुच्छेद 315 के तहत बनाया है। MPSC भारत के महाराष्ट्र राज्य में सिविल सेवा नौकरियों के लिए अधिकारियों की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित करता है। MPSC इन सिविल सेवा अधिकारियों का चयन उम्मीदवारों की योग्यता और राज्य के आरक्षण के पूर्व-निर्धारित नियमों के आधार पर करता है।

mpsc ka full form

MPSC के बारे में

The Maharashtra public service commission हर साल कई परीक्षाएं आयोजित करता है जैसे –

  • महाराष्ट्र कृषि सेवा परीक्षा
  • महाराष्ट्र अधीनस्थ सेवा परीक्षाएँ
  • महाराष्ट्र समूह सी सेवाओं की परीक्षाएं प्रारंभिक और मुख्य दोनों प्रकार की होती हैं

MPSC राज्य सेवा परीक्षा को MPSC राज्यसेवा परीक्षा भी कहा जाता है जो महाराष्ट्र प्रशासन में ग्रुप ए और ग्रुप बी अधिकारियों की भर्ती के लिए हर साल एक बार आयोजित की जाती है।

MPSC पात्रता

Maharashtra public service commission परीक्षाओं के लिए पात्रता मानदंड यह है –

  • MPSC के उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • उम्मीदवारों को बोली जाने वाली और लिखित दोनों मराठी भाषा में फ्लुएंट होना चाहिए।
  • उम्मीदवारों को अपेक्षित योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है।
  • आयु छूट या आरक्षण का दावा करने के लिए MPSC परीक्षा के उम्मीदवार के पास महाराष्ट्र का घर होना आवश्यक है।

MPSC आयु सीमा

यह the Maharashtra public service commission परीक्षा के लिए आयु सीमा और मानदंड है –

  • MPSC के लिए अधिकतम आयु सीमा सामान्य वर्ग के लिए 38 वर्ष है।
  • MPSC के लिए न्यूनतम आयु सीमा 19 वर्ष है।
  • MPSC के लिए विकलांगता वाले व्यक्तियों की न्यूनतम आयु सीमा 19 है जबकि ऐसे मामले में अधिकतम आयु सीमा 45 है।
  • MPSC परीक्षा में पिछड़ा वर्ग के लिए न्यूनतम आयु सीमा 19 है जबकि अधिकतम 43 वर्ष है।
  • सामान्य वर्ग के भूतपूर्व सैनिकों के लिए MPSC न्यूनतम आयु सीमा 43 है जबकि पिछड़े वर्गों के लिए अधिकतम 48 है।
  • योग्य खिलाड़ियों के लिए MPSC न्यूनतम आयु सीमा 19 है जबकि अधिकतम आयु सीमा 43 वर्ष है।

महाराष्ट्र सरकार आयु में छूट प्रदान करती है जो उम्मीदवार की श्रेणी के अनुसार बदलती है।

MPSC शैक्षिक योग्यता

आयु सीमा के अलावा MPSC उम्मीदवारों के लिए कुछ आवश्यक शैक्षणिक योग्यताएं हैं। MPSC परीक्षा के लिए यह शैक्षणिक योग्यता है –

  • MPSC परीक्षा के उम्मीदवारों के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होना आवश्यक है।
  • उम्मीदवार को लिखने और बोलने दोनों के लिए मराठी भाषा में फ्लुएंट होना चाहिए।

MPSC में पदों की एक विस्तृत श्रृंखला है, इसलिए प्रत्येक पद के लिए कुछ अलग योग्यताएं भी हैं। MPSC में कुछ पदों के लिए उम्मीदवारों को कुछ विषय आधारित कौशल की आवश्यकता होती है जो the Maharashtra public service commission द्वारा अनिवार्य है।

MPSC Physical ability In Hindi

MPSC परीक्षा के लिए आवश्यकताओं में Physical ability भी शामिल हैं। MPSC में पुलिस अधीक्षक या परिवहन विभाग से संबंधित पदों को उम्मीदवार की विशिष्ट शारीरिक योग्यता की आवश्यकता होती है।

डीवाईएसपी पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम ऊंचाई पुरुष के लिए 165 सेमी और महिला उम्मीदवार के लिए 157 सेमी होना आवश्यक है।

MPSC FAQs in Hindi

MPSC आयु सीमा क्या है?

MPSC परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 19 वर्ष है जबकि पदों के लिए अधिकतम आयु सीमा ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 33 या 35 है।

MPSC परीक्षा क्या है?

Maharashtra public service commission भारत के महाराष्ट्र राज्य में विभिन्न सिविल सेवा पदों के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए हर साल सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। MPSC महाराष्ट्र राज्य सरकार के तहत राज्य प्रशासन विभाग के विभिन्न सरकारी निकायों के लिए भर्ती करता है।

MPSC परीक्षा के लिए योग्यता क्या है?

MPSC परीक्षा में बैठने के लिए उम्मीदवार की मुख्य योग्यता निम्न है –

उम्मीदवार को मराठी में फ्लुएंट होना चाहिए

उम्मीदवार के पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।

MPSC में सर्वोच्च पद कौन सा है?

Maharashtra public service commissionमें सर्वोच्च पद डिप्टी कलेक्टर का होता है।

क्या MPSC के लिए मैथ्स अनिवार्य है?

MPSC परीक्षा देने के लिए यस मैथ अनिवार्य है। MPSC प्रीलिम्स में गणित विषय शामिल है।

7.

What is the full form of MCQ (एमसीक्यू) ?

Answer»

MCQ (एमसीक्यू) का फुल फॉर्म या मतलब Multiple Choice Questions (मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन) होता है

8.

What is the full form of NEET (नीट) ?

Answer»

NEET (नीट) का मतलब या फुल फॉर्म National Eligibility cum Entrance Test (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) होता है।

नीट एक नेशनल लेवल का कॉमन एंट्रेंस एग्जामिनेशन है, जिसमें क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को मेडिकल फील्ड के अलग-अलग कोर्सेज जैसे कि एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस आदि में एडमिशन मिलता है।

नेशनल टेस्ट एजेंसी के द्वारा कंडक्ट किए जाने वाला यह एग्जाम भारत के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए जरूरी है।

किसी स्टूडेंट ने नीट एग्जाम में कैसा स्कोर किया है, उसी के आधार पर उसे अलग-अलग सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजेस और कोर्सेज में एडमिशन मिलता है।

नीट एग्जाम दो तरह के होते हैं नीट यूजी और नीट पीजी।

NEET (नीट) यूजी

नीट यूजी अंडर ग्रैजुएट कोर्सेज जैसे कि एमबीबीएस, बीडीएस और बीएचएमएस में एडमिशन के लिए जरूरी है।

भारत के सभी मेडिकल कॉलेजेस इस एंट्रेंस एग्जाम के थ्रू ही अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में एडमिशन देते हैं।

एम्स और जिपमर दो ऐसे मेडिकल कॉलेज हैं, भारत में, जिन्हे अलग से एंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करने का परमिशन है।

सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस ऐडमिशन में हर मेडिकल कॉलेज में, उस राज्य के स्टूडेंट को के लिए 85% सीट रिजर्व रहता है, 15% सीट ऑल इंडिया स्टूडेंट के लिए होता है

NEET का इतिहास

नीट की शुरुआत 2013 में हुई इससे पहले भारत में मेडिकल एडमिशन के लिए बहुत सारे एंट्रेंस एग्जाम होते थे, अलग-अलग कॉलेज और राज्य अपना खुद का इंट्रेंस एग्जाम कंडक्ट करते थे।

जिसके कारण स्टूडेंट्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, और एडमिशन में बहुत सारा करप्शन भी होता था।
इन्हीं सारी बातों को ध्यान में रखकर पूरे इंडिया के लिए एक ही एंट्रेंस एग्जाम का कांसेप्ट लाया गया।

आज नीट के कारण मेडिकल यूजी ऐडमिशन और मेडिकल पीजी ऐडमिशन बहुत ही पारदर्शी ढंग से हो रहा है।

NEET UG के लिए पात्रता

जिन स्टूडेंट्स ने 12th में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट लेकर पढ़ाई की है, और जिनका ट्वेल्थ का परसेंटेज 50% से ऊपर है, वह neet-ug का एग्जाम लिख सकते हैं (रिजर्व कैटेगरी वालों के लिए 40% मार्क)।

नीट यूजी के लिए छात्र की उम्र कम से कम 17 साल होनी चाहिए।

नीट यूजी की मुख्य बातें

  • नीट यूजी हर साल मई महीने में कंडक्ट किया जाता है।
  • यह एग्जाम पेन और पेपर से लिया जाता है यानी ऑफलाइन में लिया जाता है।
  • नीट यूजी एग्जाम का फुल मार्क्स 720 होता है, जिसमें हर साल लगभग 120 के लगभग स्कोर करने वाले स्टूडेंट काउंसलिंग के लिए एलिजिबल होते हैं।
  • इस इंट्रेंस एग्जाम का एप्लीकेशन फीस 1500 रुपए है।
  • यह एंट्रेंस एग्जाम 3 घंटे का होता है, और इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन पूछे जाते हैं।
    इस एग्जाम में नेगेटिव मार्किंग भी होता है, और किसी भी गलत आंसर के लिए एक मार्क काट लिया जाता है।
  • भारत के सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिनका ट्यूशन फीस कम होता है, में एडमिशन के लिए छात्र को नीट यूजी में कम से कम 500 के करीब स्कोर करना चाहिए।
  • नीट यूजी के अंतर्गत कुल 1174 मेडिकल कॉलेज आते हैं।
  • इस एंट्रेंस एग्जाम के लिए 15 लाख से ज्यादा स्टूडेंट अप्पेअर होते हैं।
  • इस एग्जाम के अंतर्गत कुल 92 हजार एमबीबीएस सीट आते हैं ,जिनमें 31000 के करीब सरकारी मेडिकल कॉलेज के सीट हैं।

नीट पीजी

नीट पीजी का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम इनट्रेंस टेस्ट फॉर पोस्ट ग्रेजुएट होता है।

नीट PG यानी पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस एग्जाम भारत के मेडिकल कॉलेजेस में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए कंडक्ट किया जाता है।

भारत के मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स में एडमिशन के लिए यह एंट्रेंस एग्जाम लिखना और इसमें क्वालीफाई करना जरूरी है।

जिन स्टूडेंट्स ने एमसीआई रिकॉग्नाइज्ड मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कोर्स किया है वह इस एंट्रेंस एग्जाम के लिए एलिजिबल होते हैं।

नीट पीजी की मुख्य बातें

  • यह एंट्रेंस एग्जाम हर साल जनवरी महीने में ऑनलाइन मोड यानी कंप्यूटर बेस्ड कंडक्ट किया जाता है।
  • NBE यानी नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इस एग्जाम को कंडक्ट करता है।
  • इस नेशनल लेवल एंट्रेंस एग्जाम के लिए, केवल ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है, और एप्लीकेशन फीस 3750 रुपए होता है।
  • 3 घंटे 30 मिनट के एंट्रेंस एग्जाम के दौरान, 300 मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं, और इसमें नेगेटिव मार्किंग स्कीम भी होता है।
  • इस एंट्रेंस एग्जाम का कुल मार्क 1200 होता है, और 400 के करीब स्कोर करने वाले स्टूडेंट क्वालीफाई कर जाते हैं।
  • यह एंट्रेंस एग्जाम केवल इंग्लिश भाषा में कंडक्ट किया जाता है।
  • इस एंट्रेंस एग्जाम के लिए 1.5 लाख से ज्यादा स्टूडेंट अप्पेअर होते हैं।
  • इस एंट्रेंस एग्जाम में 50-247895">550 के करीब मेडिकल कॉलेज पार्टिसिपेट करते हैं, और कुल 10000 से ज्यादा सीट होती हैं।
9.

What is the full form of NET (नीट) ?

Answer»

NET (नीट) National Eligibility Test का फुल फॉर्म या मतलब National Eligibility Test (नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट) होता है

10.

What is the full form of REET (रीट) ?

Answer»

REET का फुल फॉर्म Rajasthan Eligibility Examination for teacher है।

Rajasthan Eligibility Examination for teacher (राजस्थान एलिजिबिलिटी एग्जामिनेशन फॉर टीचर) को राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा या आरटीईटी के रूप में भी जाना जाता है।

Rajasthan Eligibility Examination for teacher एक राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा है जो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान या बीएसईआर द्वारा आयोजित की जाती है।

यह राज्य में शिक्षकों के रूप में रोजगार के लिए उम्मीदवारों को प्रमाणित करने के लिए आयोजित किया जाता है।

REET के बारे में | REET क्या है?

Rajasthan Eligibility Examination for teacher एक परीक्षा है, जो शिक्षकों की भर्ती के लिए दो विभिन्न स्तरों पर आयोजित की जाती है, जो स्तर 1 या प्राथमिक शिक्षक और स्तर 2 या उच्च प्राथमिक शिक्षक के लिए हैं।

पढ़ाने के लिए राजस्थान की योग्यता परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार, राज्य के स्कूलों और संस्थानों में कक्षा 1-5 और कक्षा 6-8 में शिक्षकों के पद के लिए पात्र हो जाते हैं।

REET परीक्षा के नियमों को अक्सर बदलाव किया जाता है और नए नियमों के अनुसार यह राजस्थान सरकार द्वारा घोषित किया जाता है, और साथ में केवल मूल स्कूल शिक्षण प्रमाण पत्र यानी बीएसटीसी धारक उम्मीदवारों को REET स्तर -1 परीक्षा में उपस्थित होने की अनुमति है।

इस इग्ज़ाम में राज्य के छात्रों को प्राथमिकता होती है, इसलिए परीक्षा के प्रश्न केवल राजस्थान से संबंधित होते हैं।

यह भी निर्णय लिया गया है कि शिक्षक स्कोर के लिए राजस्थान की योग्यता परीक्षा वर्तमान 70% के मुकाबले 90% वेटेज रखेगी, और शेष 10% स्कोर का मूल्यांकन स्नातक में प्राप्त अंकों या वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा के अंकों के आधार पर किया जाएगा।

REET के लिए पात्रता

यह Rajasthan Eligibility Examination for teacher के लिए पात्रता मानदंड उस स्तर पर निर्भर करता है जिसके लिए उम्मीदवार आवेदन कर रहे हैं, और पेपर 1 और पेपर 2 जैसे पेपर पर निर्भर करता है।

कक्षा 1-5 शिक्षकों के लिए पात्रता मानदंड –

  • उम्मीदवारों को अपनी उच्च माध्यमिक परीक्षा कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण करनी चाहिए या 2 वर्षीय डिप्लोमा शिक्षा के अंतिम वर्ष में या पास होना चाहिए।
  • ग्रैजूएट हो या प्रारंभिक शिक्षा में दो वर्षीय डिप्लोमा के अंतिम वर्ष में या उत्तीर्ण हो ।
  • REET परीक्षा के लिए न्यूनतम आयु की आवश्यकता 18 वर्ष है, और अधिकतम आयु मानदंड नहीं है।
  • REET परीक्षा में कोई नकारात्मक अंकन नहीं है, और यह ऑफ़लाइन आयोजित किया जाता है।

REET परीक्षा में कक्षा 6-8 के शिक्षकों के लिए पात्रता मानदंड –

  • उम्मीदवार को स्नातक होना चाहिए और अपने 2 साल के डिप्लोमा इन एजुकेशन में उत्तीर्ण या फ़ाइनल 247323">year में होना चाहिए।
  • कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक और स्नातक के फ़ाइनल वर्ष के लिए उत्तीर्ण या उपस्थित होना।

REET परीक्षा पैटर्न

Rajasthan Eligibility Examination for teacher के लिए परीक्षा पैटर्न यहां दिया गया है।

बीएसईआर आधिकारिक अधिसूचना में परीक्षा से पहले REET परीक्षा के परीक्षा पैटर्न का उल्लेख करता है।

REET परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को अंकन योजना और परीक्षा पैटर्न को ध्यान से देखना चाहिए क्योंकि यह हर साल बदल सकता है। REET परीक्षा पैटर्न के पेपर 1 और पेपर 2 दोनों के लिए अलग है जैसे –

कक्षा 1-5 . के लिए REET परीक्षा पैटर्न

भाषा 1 – 30 प्रश्न

भाषा 2 – 30 प्रश्न

गणित – 30 प्रश्न

पर्यावरण अध्ययन – 30 प्रश्न

बाल विकास और शिक्षा – 30 प्रश्न

REET कक्षा 6-8 . के लिए परीक्षा पैटर्न

भाषा 1 – 30 प्रश्न

भाषा 2 – 30 प्रश्न

बाल विकास और शिक्षा – 30 प्रश्न

गणित और विज्ञान या समाजशास्त्र – 30 प्रश्न

REET FAQs in Hindi

रीट एग्जाम के बाद क्या करियर हो सकता है?

रीट क्वालीफाई करने वाले छात्रों को रीट का प्रमाण पत्र दिया जाता है, जिसकी वैधता 3 साल होती है
इन 3 सालों के दौरान जब भी कक्षा 1 से 8 तक के लिए शिक्षकों की नियुक्ति का नोटिफिकेशन आएगा, तो उसके लिए यह रीट क्वालीफाई छात्र अप्लाई कर पाएंगे, जहां उन्हें नौकरी में प्रायरिटी दी जाएगी

रीट एग्जाम कौन दे सकता है?

जिन छात्रों ने ग्रेजुएशन कम से कम 50% मार्क्स के साथ कर लिया है, और b.ed पास कर चुके हैं या B.Ed के फाइनल ईयर में है, वह रीट एग्जाम के लिए अप्पेअर हो सकते हैं

राजस्थान के उम्मीदवार जिन्होंने कम से कम 455 अंकों के साथ स्नातक किया हो और इस मामले में समय-समय पर जारी एनसीटीई नियमों के अनुसार बी.एड के 1 वर्ष में उत्तीर्ण या उपस्थित हुए हों।

आरईईटी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद क्या होता है?

रीट (REET) परीक्षा में उत्तीर्ण होना नौकरी की गारंटी नहीं है, लेकिन रीट उत्तीर्ण करने के बाद, आप राजस्थान के सरकारी स्कूल में शिक्षक बनने के योग्य हो जाते हैं।

तो जैसे ही सरकार की तरफ से वैकेंसी आएगी आप उसके लिए अप्लाई कर देंगे, और हो सकता है आपका सिलेक्शन हो जाए, जहां आप प्राइमरी और सेकेंडरी स्कूल में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को पढ़ाएंगे.

REET इतना ज्यादा फेमस क्यों है?

देश के लगभग हर राज्य में टीचर नियुक्ति के लिए एग्जाम कंडक्ट किया जाता है, लेकिन इन सभी एग्जाम में से राजस्थान राज्य का टीचर एग्जाम, जिसे REET कहते हैं, बहुत ज्यादा फेमस है
इसके पीछे दो महत्वपूर्ण कारण है
पहला कारण यह है कि हर साल 30000 से ज्यादा की वैकेंसी इस एग्जाम के थ्रू पूरी की जाती है, और दूसरा कारण है इसका निश्चित समय पर होना
राजस्थान के मुकाबले अन्य राज्य में आप टीचर भर्ती एग्जाम को समय पर होते नहीं पाएंगे, लेकिन राजस्थान में लगभग अपने नियत समय पर हर साल यह एग्जाम हो जाता है, इसीलिए छात्रों के बीच यह एग्जाम बहुत ज्यादा फेमस है

11.

What is the full form of NTPC (एनटीपीसी) ?

Answer»

NTPC की दो मुख्य full form है – एक NTPC full form थर्मल पावर जनरेशन कंपनी से संबंधित है और NTPC का दूसरा फुल फॉर्म एक परीक्षा से संबंधित है।

NTPC organization

Thermal Power में NTPC की full form National thermal power corporation है, जो भारत का एक सार्वजनिक क्षेत्र का निगम है। National thermal power corporation को 1975 से निगमित किया है और और यह भारत की हर दिन बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए काम कर रहा है

आज एनटीपीसी यानी नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन भारत की सबसे बड़ी थर्मल पावर जेनरेशन कंपनी बन गई है जिसके पास सबसे ज्यादा थर्मल पावर जेनरेट और ट्रांसमिट करने की क्षमता है

NTPC (एनटीपीसी) के बारे में

National thermal power corporation कोयला उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा, बिजली व्यापार, बिजली वितरण और बिजली उत्पादन के आधार संचालन के साथ उपकरण निर्माण में भी शामिल रहा है।

National thermal power corporation का मुख्यालय नई दिल्ली में है, और अन्य रेजिनल मुख्यालय लखनऊ, सिकंदराबाद, पटना, भुवनेश्वर, रायपुर, मुंबई आदि में हैं।

NTPC का इतिहास

  • National thermal power corporation की स्थापना 7 नवंबर 1975 को एक विद्युत उत्पादन कंपनी के रूप में की गई थी।
  • श्री डी.वी. कपूर 19 मार्च 1976 को NTPC के पहले अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक बने।
  • भारत सरकार ने 8 दिसंबर 1976 को NTPC की पहली परियोजना को मंजूरी दी जो उत्तर प्रदेश के सिंगरौली में थर्मल पावर परियोजना शुरु की ।
  • इसे 1997 में नवरत्न कंपनी का दर्जा प्रदान किया गया।
  • NTPC 2004 में एक सूचीबद्ध कंपनी बन गई और 2005 में NTPC का नाम बदलकर NTPC लिमिटेड कर दिया गया।
  • NTPC ने 2006 में श्रीलंका के त्रिंकोमाली में 250 मेगावाट की दो इकाइयां स्थापित करने के लिए श्रीलंका के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।
  • NTPC मई 2010 में महारत्न कंपनी बन गई।
  • NTPC ने 2008 से 2011 तक भेल, एनएचपीसी, भारत फोर्ज, कोल इंडिया, सेल और एनएमडीसी जैसी अन्य प्रसिद्ध कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम में प्रवेश किया।

एनटीपीसी के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें

  • 2020 में एनटीपीसी 66000 मेगावाट से ज्यादा बिजली का उत्पादन हर दिन कर रही है, और हर दिन अपने उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है
  • एनटीपीसी के पास कुल 47 पावर प्लांट है, जिनमें 24 कोयले पर चलते हैं, 7 गैस पर चलती है, दो हाइड्रो पावर प्लांट , एक विंड पावर प्लांट और 13 सोलर पावर प्लांट है
  • एनटीपीसी एक बहुत बड़ी पावर सेक्टर कंपनी है जिस में काम करने वाले परमानेंट एम्प्लोयी की संख्या 20,000 से अधिक है
  • एनटीपीसी भारत की कुल बिजली डिमांड की 25% तक अकेले ही पूर्ति कर देती है

NTPC FAQs in हिंदी

NTPC का मालिक कौन है?

भारत सरकार नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की मालिक है, और NTPC की जनक बिजली मंत्रालय और भारत सरकार है।

NTPC का भविष्य क्या है?

राष्ट्रीय ताप लोकप्रिय निगम ने वर्ष 2032 तक 130 GW कंपनी बनने के लिए एक दीर्घकालिक कॉर्पोरेट योजना तैयार की।

परीक्षा में NTPC फ़ुल फ़ॉर्म

परीक्षा में NTPC की full form, non technical popular categories है जिसे आरआरबी NTPC या रेलवे भर्ती बोर्ड non technical popular categories भी कहा जाता है।

non technical popular categories भारत के रेलवे बोर्ड द्वारा आयोजित एक परीक्षा है। यह आरआरबी NTPC परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है, जिसमें इसके तहत कई पद शामिल होते हैं। RRB NTPC, RRB द्वारा भारत के रेलवे में नियुक्ति के लिए विभिन्न स्नातक और स्नातक उम्मीदवारों का चयन करने के लिए आयोजित किया जाता है।

आरआरबी द्वारा रेलवे के इन पदों में शामिल हैं – क्लर्क, सहायक और टाइपिस्ट, गार्ड, अपरेंटिस और अन्य कुल 35208 रिक्तियां।

आरआरबी भारत में NTPC परीक्षा के लिए आयोजन निकाय है।

NTPC पात्रता

आरआरबी NTPC के लिए योग्यता विभिन्न पदों जैसे जूनियर क्लर्क सह टाइपिस्ट, अकाउंट क्लर्क कम टाइपिस्ट, जूनियर टाइम कीपर, ट्रेन क्लर्क, कमर्शियल कम टिकट क्लर्क आदि के लिए कम से कम 12 वीं पास है।

दूसरी ओर आरआरबी NTPC के लिए स्नातक स्तर के पद हैं – ट्रैफिक असिस्टेंट, गुड्स गार्ड, सीनियर कमर्शियल कम टिकट क्लर्क, सीनियर क्लर्क कम टाइपिस्ट, जूनियर अकाउंट असिस्टेंट कम टाइपिस्ट, सीनियर टाइम कीपर, कमर्शियल अपरेंटिस, स्टेशन मास्टर आदि।

NTPC EXAM FAQ

आरआरबी NTPC योग्यता क्या है?

रेलवे भर्ती बोर्ड गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों के लिए यह योग्यता है –

  • NTPC के लिए उम्मीदवार के पास 12वीं का सर्टिफिकेट होना जरूरी है
  • NTPC उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।

क्या आरआरबी NTPC के लिए 12वीं पास आवेदन कर सकते हैं?

हां 12वीं पास उम्मीदवार आरआरबी NTPC परीक्षा देने के पात्र हैं जो कि न्यूनतम शिक्षा योग्यता मानदंड है।

आरआरबी NTPC के लिए कोई शारीरिक परीक्षण है?

आरआरबी NTPC के लिए एक मेडिकल टेस्ट है जो प्रत्येक उम्मीदवार के लिए उनके दस्तावेज सत्यापन चरण के बाद आयोजित किया जाता है। यह आरआरबी NTPC परीक्षा गैर-स्नातक पदों के लिए है जैसे – रेल क्लर्क, वाणिज्यिक सह टिकट क्लर्क आदि।

क्या रेलवे NTPC अच्छी नौकरी है?

हां रेलवे NTPC 12 वीं पास उम्मीदवारों के लिए एक अच्छा सरकारी नौकरी का विकल्प है। रेलवे भर्ती बोर्ड गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों की परीक्षा हर साल कई रिक्तियों को भरने के लिए आयोजित की जाती है।

एनटीपीसी एग्जाम के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें

  • आपको जानकर आप बहुत ही आश्चर्य होगा कि आरआरबी एनटीपीसी के कुल 35208 वैकेंसी के लिए एक करोड़ 26 लाख से ज्यादा एप्लीकेंट्स ने 2019 में अप्लाई किया।
  • 2019 में ही NTPC आरआरबी ग्रुप डी के एक लाख से ज्यादा पोस्ट के लिए एक करोड़ 1500000 छात्रों ने अप्लाई किया
12.

What is the full form of SSC (एसएससी) ?

Answer»

SSC का फुल फॉर्म the Staff selection commission है।एसएससी का फुल फॉर्म हिंदी में कर्मचारी चयन आयोग होता है

the Staff selection commission एक भारतीय संगठन है जो विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के तहत विभिन्न पदों के लिए भर्ती और नौकरी कर्मचारी परीक्षा आयोजित करने के लिए बनाया गया है।

the Staff selection commission को शुरू में अधीनस्थ सेवा आयोग के नाम से जाना जाता था। यह वर्तमान the Staff selection commission संगठन कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के अधीन कार्य करता है। इसमें कर्मचारी होते हैं जिनमें अध्यक्ष, दो सदस्य और एक सचिव शामिल होता है जो परीक्षा नियंत्रक भी होता है।

एसएससी (SSC) का इतिहास

भारत सरकार ने 1975 में subordinate service commission नामक एक आयोग का गठन किया। सुधारों का सुझाव देने के लिए अधीनस्थ सेवा आयोग का गठन किया गया था।

सितंबर 1977 में subordinate service commission का नाम बदलकर the Staff selection commission कर दिया गया।

the Staff selection commission द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार भारत सरकार द्वारा कार्मिक, लोक शिकायत मंत्रालय द्वारा सभी कार्यों को पुनर्परिभाषित किया गया। the Staff selection commission के नए संविधान के साथ ये नए कार्य 1 जून, 1990 से प्रभावी हो गए।

1975 में अपनी स्थापना के बाद से the Staff selection commission भारतीय प्रशासन निकायों के लिए विभिन्न समूह बी और समूह सी पदों के लिए कर्मचारियों का चयन करने के लिए सक्रिय रूप से शामिल रहा है।

The Staff selection commission विभिन्न प्रकार के पदों और नौकरी की भूमिकाओं के लिए एक वर्ष में कई परीक्षा आयोजित करता है।

SSC परीक्षा

Staff selection commission ज्यादातर भारत के विभिन्न विभागों और संगठनों के लिए प्रतियोगी परीक्षा आयोजित करता है।

ये सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाएं हैं जिन्हें आयोजित करने के लिए SSC जिम्मेदार है –

  • SSC एमटीएस परीक्षा
  • SSC सीजीएल
  • SSC सीएचएसएल
  • SSC सीपीओ
  • SSC आशुलिपिक
  • SSC जीडी कांस्टेबल
  • SSC जूनियर इंजीनियर
  • SSC जूनियर हिंदी अनुवादक

SSC एमटीएस

SSC MTS परीक्षा हर साल the Staff selection commission द्वारा मल्टी-टास्किंग स्टाफ के पदों के लिए उम्मीदवारों का चयन करने के लिए आयोजित की जाती है। इन मल्टी-टास्किंग स्टाफ की भर्ती भारत सरकार के विभागों और कार्यालयों में विभिन्न पदों पर की जाती है।

SSC सीएचएसएल

SSC CHSL the Staff selection commission द्वारा आयोजित सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक है क्योंकि कई वरिष्ठ माध्यमिक उत्तीर्ण छात्र इस भर्ती की प्रतीक्षा करते हैं। SSC CHSL भारत सरकार के विभागों के तहत विभिन्न पदों की भर्ती के लिए आयोजित किया जाता है। SSC CHSL परीक्षाएं पदों के लिए आयोजित की जाती हैं जैसे-

  • तथ्य दाखिला प्रचालक (Data Entry Operator)
  • अवर श्रेणी लिपिक (Lower Division Clerk)
  • कनिष्ठ सचिवालय सहायक
  • डाटा एंट्री ऑपरेटर ग्रेड ए
  • डाक सहायक
  • छँटाई सहायक

SSC सीजीएल (CGL)

SSC सीजीएल SSC द्वारा सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली परीक्षाओं में से एक है जहां सीजीएल का मतलब संयुक्त स्नातक स्तर की परीक्षा है। the Staff selection commission भारत सरकार के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभागों, संगठनों और मंत्रालयों में विभिन्न पदों के लिए कर्मचारियों की भर्ती के लिए हर साल संयुक्त स्नातक स्तर की परीक्षा आयोजित करता है।

इन पदों पर नौकरी पाने के लिए उम्मीदवारों को SSC सीजीएल पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा। SSC सीजीएल संरचना के अनुसार जैसा कि नाम से पता चलता है कि न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। SSC सीजीएल परीक्षा के सफल समापन के बाद उम्मीदवार विभिन्न ग्रुप बी और ग्रुप सी पदों के लिए काम करेगा।

SSC जीडी

SSC सीमा सुरक्षा बल या बीएसएफ में सामान्य ड्यूटी के लिए कांस्टेबल के पद पर भर्ती के लिए SSC जीडी परीक्षा आयोजित करता है। यहां जीडी का मतलब जनरल ड्यूटी है, इसलिए SSC हर साल बीएसएफ, एसएसएफ, सीआईएसएफएनआईए, आईटीबीपी, एसएसबी और सीआरपीएफ आदि के लिए सामान्य ड्यूटी अधिकारियों की भर्ती के लिए इस परीक्षा का आयोजन करता है।

SSC Stenographer

SSC भारत सरकार के विभिन्न विभागों, संगठनों और मंत्रालयों में स्टेनोग्राफर ग्रेड सी (अराजपत्रित पद) और ग्रेड डी पदों के लिए परीक्षा आयोजित करता है। SSC हर साल यह स्टेनोग्राफर परीक्षा आयोजित करता है।

SSC सीपीओ

SSC CPO परीक्षा केंद्रीय पुलिस संगठन के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों (CAPFs) में सब-इंस्पेक्टर, दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर और CISF में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) की भर्ती के लिए आयोजित की जाती है।

SSC जेई

SSC हर साल इस SSC जेई the Staff selection commission जूनियर इंजीनियर परीक्षा के माध्यम से भारत सरकार के विभिन्न विभागों के लिए जूनियर इंजीनियरों की भर्ती करता है। SSC सिविल, मैकेनिकल, मात्रा सर्वेक्षण और अनुबंध आधारित और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों आदि की भर्ती करता है।

13.

What is the full form of UPSC (यूपीएससी) ?

Answer»

UPSC (यूपीएससी) का फुल फॉर्म या मतलब Union Public service commission (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) होता है।

यूपीएससी यानी यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन भारत की सबसे बड़ी सेंट्रल अथॉरिटी है, जिसका काम पब्लिक सर्विस कमीशन जैसे कि आईएएस, आईपीएस, आईआरएस आदि में सिलेक्शन के लिए सेंट्रलाइज्ड एग्जाम कंडक्ट करना है।

यह भारत सरकार की सबसे बड़ी रिक्रूटमेंट एजेंसी में से एक है, जो हर साल लाखों अप्प्लिकत की भीड़ में से कुछ सबसे टैलेंटेड और तेज स्टूडेंट्स को पब्लिक सर्विस से अलग-अलग पोस्ट के लिए चुनती है।

इसके अलावा, यूपीएससी को सिविल सर्विस के कर्मियों के पदोन्नति और स्थानांतरण से संबंधित मामलों के साथ-साथ किसी सिविल विषय में सिविल सेवा में सिविल सेवक से जुड़े किसी भी अनुशासनात्मक मामलों से भी परामर्श दिया जाता है।

यूपीएससी की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुई थी और तभी से यह पब्लिक सर्विस कमीशन के लिए रिक्रूमेंट और अन्य काम एक इंडिपेंडेंट संस्था के रूप में करता रहा है।

यूपीएससी को भारत के सबसे कठिन कॉम्पटीटिव एग्जाम भी माना जाता है, जिसमें अगर कोई छात्र क्वालीफाई करता है, तो वह अलग-अलग स्टेज पर 32 घंटे से ज्यादा एग्जाम दे चूका होता है।

UPSC (यूपीएससी) द्वारा विभिन्न सिविल सेवा भर्ती

यूपीएससी हर साल 24 अलग-अलग सेंट्रल पब्लिक सर्विस के लिए रिक्रूटमेंट करती है ,जिनमें से कुछ प्रमुख निम्न है-

  • IAS– भारतीय प्रशासनिक सेवा
  • IPS– भारतीय पुलिस सेवा
  • आईआरएस- भारतीय राजस्व सेवा
  • IFS- भारतीय विदेश सेवा
  • IES- भारतीय इंजीनियरिंग सेवाएं
  • सीडीएस- संयुक्त रक्षा सेवाएं
  • ICLS- भारतीय कॉर्पोरेट कानून सेवा
  • IPoS- भारतीय डाक सेवा
  • आईडीईएस- भारतीय अंतर संपत्ति सेवा
  • IIS- भारतीय सूचनात्मक सेवा

यूपीएससी के लिए पात्रता-

Nationality-

अगर कोई छात्र UPSC (यूपीएससी) परीक्षा लिखना चाहता है तो उसे भारत का नागरिक होना चाहिए।

आयु

छात्र की आयु कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए और 32 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
हालांकि, श्रेणी के अनुसार, ओबीसी और एससी-एसटी श्रेणी के छात्रों को भी अधिकतम आयु में 5 से 6 वर्ष की छूट मिलती है।

शैक्षणिक योग्यता-

छात्रों को किसी भी स्ट्रीम से स्नातक होना चाहिए।

प्रयासों की संख्या-

कोई भी छात्र UPSC परीक्षा में अधिकतम 6 बार उपस्थित हो सकता है।

UPSC (यूपीएससी) परीक्षा के चरण-

इस कॉम्पटीटिव एग्जाम के निम्न 3 चरण होते हैं-

प्रिलिमनरी

यूपीएससी का पहला एग्जाम प्रिलिमनरी होता है, जिसमें २००-२०० मार्क्स के 2 ऑब्जेक्टिव टाइप पेपर होते हैं।

पेपर 1-

पेपर वन के तहत कैंडिडेट के करंट इवेंट्स के नॉलेज के साथ-साथ हिस्ट्री ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल मूवमेंट, भारत और दुनिया के ज्योग्राफी, इंडियन पॉलीटिकल सिस्टम, इंडियन पंचायत राज सिस्टम, इंडियन इकोनॉमिक्स, वर्ल्ड इकोनामिक, इंडियन सोशल मूवमेंट्स, एनवायरनमेंट आदि टॉपिक्स के नॉलेज की टेस्ट किया जाता है।

पेपर 2-

paper-2 के तहत कैंडिडेट के कंप्रीहेंशन स्किल्स के साथ-साथ कम्युनिकेशन, लॉजिकल रीजनिंग, एनालिटिकल एबिलिटी, डिसीजन मेकिंग, बेसिक न्यूमैरेसी, प्रॉब्लम सॉल्विंग, इंग्लिश लैंग्वेज कंप्रीहेंशन स्किल एंड मेंटल एबिलिटी की टेस्ट की जाती है।

Note-

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रिलिमनरी एक्जाम का स्कोर मेरिट बनाते वक्त कंसीडर नहीं किया जाता है, सभी स्टूडेंट्स को mains एग्जाम में अप्पेअर होने के लिए प्रिलिमनरी एक्जाम क्वालीफाई करना जरूरी होता है

मेंस(Mains)

यूपीएससी एग्जाम का दूसरा चरण मेंस होता है, और प्रीलिम्स एग्जाम क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स को मेंस एग्जाम लिखने का मौका मिलता है, यह एग्जाम 5-237501">15">2000 मार्क्स का होता है जिसमें ९ सब्जेक्टिव पेपर होते हैं।

पर्सनल इंटरव्यू

जो छात्र मेंस एग्जाम में भी अच्छा परफॉर्मेंस करते हैं, उन्हें पर्सनल इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है, मेंस और पर्सनल इंटरव्यू के स्कोर के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट बनाया जाता है।

तीनों स्टेज का एग्जाम हो जाने के बाद जब फाइनल मेरिट लिस्ट बनता है, तो वह है इसको डिसाइड करता है कि किसी स्टूडेंट को सिविल सर्विस के अंतर्गत कौन सा पोस्ट मिलेगा।

UPSC (यूपीएससी) के संपर्क विवरण

UPSC का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है और इसके संपर्क विवरण निम्नानुसार हैं-

कार्यालय का पता-

संघ लोक सेवा आयोग, धौलपुर हाउस, शाहजहाँ रोड, नई दिल्ली – 110069

फ़ोन नंबर-

011-23098543 / 23385271/23381125/23098591

ईमेल आईडी-

feedback-upsc@gov.in

वेबसाइट-

www.upsc.gov.in

यूपीएससी से जुड़ी अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

क्या यूपीएससी और आईएएस समान हैं?

जी नहीं,
UPSC (यूपीएससी) एक ऑथॉरिज़ेड सेंट्रल एजेंसी है, जो अलग-अलग तरह की सिविल सर्विसेज के पोस्ट जैसे कि आईएएस, आईपीएस, आईआरएस आदि के लिए एग्जाम कंडक्ट करती है।

जबकि आईएएस यानी इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस पब्लिक सर्विस कमीशन का एक पोस्ट है, जिसे पब्लिक सर्विस कमीशन के सभी पोस्ट में से सबसे बेहतरीन माना जाता है।

क्या यूपीएससी परीक्षा कठिन है?

यूपीएससी एग्जाम भारत ही नहीं दुनिया के सबसे प्रेस्टीजियस और कठिन एग्जाम में से एक है।
इस एग्जाम के लिए प्रिपेयर करने वाले स्टूडेंट्स को कठिन मेहनत करनी पड़ती है, और अक्सर देखा गया है, कि स्टूडेंट्स जो इस एग्जाम के लिए प्रिपेयर करते हैं ,15 घंटा से ज्यादा समय हर दिन इस एग्जाम की प्रिपरेशन पर लगाते हैं।